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गुरुवार, 26 नवंबर 2015

हाँ मैं असहिष्णु हूँ...

          शाम को टी. वी. समाचार में आमीर खान को भी असहिष्णु भारत की चिन्ता से रूबरू होते हुए सुना..हाँ गजब की बात है! पता नहीं आमिर खान की यह चिंता उनकी अपनी स्वयं की है या फिर पत्नी के हवाले से ही है....लेकिन क्या वे अपनी उस पहली पत्नी की भी चिन्ताओं, जो स्वयं उनकी किसी असहिष्णुता से ही उपजी रही होगी, से भी इतना ही रूबरू हुए होंगे या नहीं जितनी कि वे अपनी इस दूसरी पत्नी के भारत में असहिष्णुता सम्बन्धी दुश्चिन्ता से द्रवित हुए..!

      खैर..यह किसी के घर का अन्दरूनी मामला हो सकता है इस पर ध्यान देना उचित भी नहीं है, चलो हम भी इसे मान लेते हैं। लेकिन हम असहिष्णु होते जा रहे हैं इसे लेकर विदेश में बसने की बात कहना क्या घर की ही बात तक सीमित होना हो सकता है..? आमिर खान जी! गुड़ खाए और गुलगुले से परहेज करने वाली बात मत करिए..! आपका पहला परिवार भी आपकी असहिष्णुता का ही शिकार है और ऐसा नहीं तो फिर आपकी व्यापारिक मानसिकता का शिकार हुआ होगा..! हाँ, आपकी बातों का समाज पर असर होता है इसलिए हम इसे पारिवारिक मामले तक ही सीमित नहीं मानते और इसी गलती से इस बात की चर्चा भी कर बैठे जो कि नहीं करना चाहिए था..!

      हाँ आप ऐसी बातें करके उन करोड़ों भारतीयों चाहे वे हिन्दू हों या मुसलमान इन दोनों का अपमान करते हैं जो हजारों वर्षों से एकसाथ रहते आए हैं और एक साथ रहने की जद्दोजहद में भी लगे रहते हैं...

        खैर इरादा असहिष्णुता की राजनीति में नहीं पड़ना था और न ही इसके लिए मंच बनाना.. हम भारतीय अच्छे हों या बुरे लेकिन होते बड़े सहज हैं..!

        हाँ ऐसी राजनीति कभी-कभी मन खिन्न कर देती है...और तमाम तरह की दुश्चिन्ताएँ हमें भी सताने लगती हैं.. तब ऐसी ही खिन्नता और दुश्चिन्ताओं को दूर करने के लिए मेरी निगाहें अपने परिवार की ओर उठ जाती हैं..और जैसे ही परिवार का ध्यान आया मैंने उसी समय अपने राजनीतिक विचारों को परे ढकेल दिया..

        सबेरे सबेरे जब श्रीमती जी ने टहलने के लिए जगाया था तो जागने से मना कर दिया था.. वैसे भी कोई असहिष्णुता सम्बन्धी बात तो थी नहीं कि आमिर भाई की तरह पत्नी द्वारा कही बात पर झट से जाग जाता..हमें तो रिश्तों पर विश्वास था सो नहीं जागे तो नहीं जागे..!

        हाँ जब सबेरे सो कर उठे तो चाय, ब्रेड की इच्छा व्यक्त की.. फिर ब्रेड दूध और मक्खन लाने उन्होंने मुझे दुकान पर यह कहते हुए भेजा कि जाओ इसी बहाने थोड़ा टहल भी लोगे...। इसके बाद तो आप इस फोटो को देख रहे हैंजिसे उनकी अनुमति के बाद ही पोस्ट किया है।

     

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